ॐ श्री परमात्मने नमः
ॐ श्री गणेशाय नमः
Doha / दोहा
दो. तेहिं अवसर मुनि नारद आए करतल बीन । गावन लगे राम कल कीरति सदा नबीन ॥ ५० ॥
Chaupai / चोपाई
मामवलोकय पंकज लोचन। कृपा बिलोकनि सोच बिमोचन ॥ नील तामरस स्याम काम अरि। हृदय कंज मकरंद मधुप हरि ॥
जातुधान बरूथ बल भंजन। मुनि सज्जन रंजन अघ गंजन ॥ भूसुर ससि नव बृंद बलाहक। असरन सरन दीन जन गाहक ॥
भुज बल बिपुल भार महि खंडित। खर दूषन बिराध बध पंडित ॥ रावनारि सुखरूप भूपबर। जय दसरथ कुल कुमुद सुधाकर ॥
सुजस पुरान बिदित निगमागम। गावत सुर मुनि संत समागम ॥ कारुनीक ब्यलीक मद खंडन। सब बिधि कुसल कोसला मंडन ॥
कलि मल मथन नाम ममताहन। तुलसीदास प्रभु पाहि प्रनत जन ॥
Doha / दोहा
दो. प्रेम सहित मुनि नारद बरनि राम गुन ग्राम । सोभासिंधु हृदयँ धरि गए जहाँ बिधि धाम ॥ ५१ ॥
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